जीवन कभी बर्बाद नहीं होता।
नसीब कभी बेकार नहीं होता।।
जिंदगी नसीब का दावेदार नहीं होता।
और मौत जिंदगी का कर्जदार नहीं होता।।
लापरवाही चल रहा है,
जीवन भी बदल रहा है।
ऑनलाइन क्लास इस दुनिया में,
शिक्षा का सूरज ढल रहा है।
शिक्षक भी बदल रहा है,
छात्र भी संभल रहा है।
अब देखना है नई शिक्षा नीति,
कितना इनको बदल रहा है।
जय जवान जय किसान।
तब बनता भारत महान।।
इतिहास का वो गुणगान।
जिसे देखें सारा जहान।।
मिट्टी में रहते वे दो इंसान।
एक जवान और एक किसान।।
सरहद हों या फसलों का मैदान।
पसीना दिखता हैं खून समान।।
झूठ झूठ को पकड़ लिया है।
हाथों में उसको जकड़ लिया है।।
पर एहसास नए भारत का,
अभी ना हमनें अच्छे से दिया है।।
जैसा उसने धोखा दिया है।
वैसा ही हमने बदला लिया है।।
पर बदले की लपटों को उसने,
घी देकर फिर से जला दिया है।।
बहिष्कार और मैदान-ए-जंग में,
हमने लक्ष्य उसको बना लिया है।।
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